हमारा जीवन महज एक रंगमंच है। यहां हर कोई हर दिन एक किरदार निभाता है जिसकी वज़ह से ही कभी अच्छा तो कभी बुरा कहलाता है। इसके अलावा कुछ भी नहीं है। हर कोई आता है ओर अपने पात्र की भुमिका को अदा कर चला जाता है। उसकी भुमिका खत्म होते ही वह रंगमंच से ओझल हो जाता है। इसलिए जीवन रूपी रंगमंच का सदैव आंनद लेते रहे। इस जीवन के रंगमंच पर आने वाली अच्छी बुरी घटनाओं के संबंध में बुद्धिमत्ता पूर्वक अपनी सब प्रकार से तैयारी रखेंगे तो भी दुखी विचलित नहीं होंगे।
रंगमंच पर नाटक में भी एक के बाद एक नए नए दृश्य आते रहते हैं। ठीक उसी तरह से हमारे जीवन में भी प्रतिदिन बहुत सी घटनाएं होती रहती हैं। रंगमंच पर 2 या 3 घंटे के नाटक में सब कलाकार अपना अपना रोल करते हैं। नाटक का पूर्वाभ्यास किया हुआ होने के कारण, उन कलाकारों को यह मालूम होता है कि अब अगला दृश्य क्या आएगा? इसलिए अगले दृश्य से परिचित होने के कारण वे पूरी तरह से तैयार होते हैं और उस दृश्य से विशेष प्रभावित नहीं होते। जिस कारण वे अपना बेखूबी अपना किरदार निभा देते हैं। परंतु हमारे जीवन में जो घटनाएं प्रतिदिन घटती रहती हैं। उनका ज्ञान न होने के कारण व्यक्ति उन घटनाओं के बारे में पहले से सोच विचार करके नहीं रखता तो उसके मन में जिज्ञासा बनी रहती है कि आज दिन भर में न जाने कैसी कैसी घटनाएं घटित हो सकती है।
यदि आपने पहले से तैयारी कर रखी हो कि आज कोई भी अच्छी या बुरी ऐसी कोई घटना हो सकती है। तो आप उस घटना के घटित होने पर उससे अधिक प्रभावित नहीं होंगे तथा अपने आप को संभाल लेंगे हैं। जिनकी उन घटनाओं की कुछ भी तैयारी नहीं की होती है या फिर आज दिन भर में क्या और कैसी घटनाएं हो सकती हैं तो जो भी विशेष घटनाएं उस दिन में होती हैं। उनके सामने आने पर आपको उसे कहीं दुख तो कहीं सुख और कहीं आश्चर्य की अनुभूतियां होती रहती हैं। जिस कारण इंसान विचलित हो जाता है।
रंगमंच के नाटक और जीवन की घटनाओं में एकमात्र यही समानता होती है कि न तो नाटक रूकता है और ना नही जीवन। दोनो लगातार चलते रहते है। रंगमंच के नाटक और जीवन की वास्तविकता मे इस अंतर इतना सा ही कि नाटक के कलाकारों को यह हमेशा से ही मालूम होता है कि अगला दृश्य कौनसा आयेगा ? परन्तु जीवन मे व्यक्ति को यह पता नही चलता कि आगे क्या होने वाला है ओर क्या घटीत हो सकता है।
जो व्यक्ति अपने जीवन मे आने वाली अच्छी बुरी घटनाओं के संबंध में बुद्धिमत्ता पूर्वक से हर प्रकार की तैयारी रखेगा। हंसते खेलते सुख से अपना जीवन बिताएगा। वही दूसरी ओर जो तैयारी नही रख पायेगा वह कदम-कदम पर दुखी और मानसिक रूप से विचलित रहेगा।
इसलिए अपनी ओर से सभी प्रकार की तैयारी अवश्य रखिऐ ताकि आज के दिन में आने वाली हर प्रकार की अच्छी या बुरी घटना हो सकती है। जब कोई अच्छी घटना घटेगी तो आपको आनंद होगा। और यदि कोई खराब घटना भी घटेगी तो भी आप उस घटना से विचलित नहीं होंगे और आसानी से उसका सामना कर सकेंगे। इसलिए प्रतिदिन जीवन में आने वाली अच्छी या बुरी घटनाओं के संबंध में अपनी ओर से हर प्रकार की तैयारी पहले से रखें।
सदैव मस्त रहे खुश रहे।
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